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Wednesday 18 July 2012

कांजी हाऊस में गायों का बुरा हाल


रायपुर, 18 जून। नगर में अवारा मवेशियों को पकडऩे के बाद कांजी हाऊस में रखा जाता है जहां उन्हें नियमित रूप से चारा पानी सहित अन्य आवश्यक सुविधायें प्रदान किए जाने का प्रावधान है। परंतु रायपुर में नगर पालिक निगम द्वारा संचालित कांजी हाऊस में इन दिनों मवेशियों की बेहद बुरी स्थिति है। सबसे दयनीय स्थिति नगर के विभिन्न स्थानों से पकड़ी गयी गायों की है जिन्हें पर्याप्त भोजन तक नहीं मिल पा रहा है जबकि नियमानुसार पर्याप्त चारा पानी सहित अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था करना अनिवार्य है। इसके लिए निगम प्रशासन की ओर से राशि की घटाया भी की गयी है पर कांजी हाऊस की बदहाली से स्पष्ट है कि मवेशियों के चारा पानी के नाम पर निकलने वाली राशि को भी लोग डकार रहे हैं। टिकरापारा और लाखेनगर में स्थित कांजी हाऊस की स्थिति तो और भी बदतर है। यहां रखी गायें बेहद कमजोर और दयनीय स्थिति में हैं। लाखेनगर स्थित कांजी हाऊस को ले जाने आए एक व्यक्ति ने बताया कि विगत तीन-चार दिनों पूर्व उसकी गाय को यहां लाया गया था पर तब से पर्याप्त मात्रा में चारा नहीं दिया जा रहा है इससे गाय बेहद कमजोर हो गयी है। कमोबेश ऐसी ही स्थिति सभी कांजी हाऊस की है जहां पकड़े गये मवेशियों की बदतर स्थिति है। इस संबंध में अधिकारियों से पूछे जाने पर उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। अधिकारियों के इसी उदासीन रवैये के चलते गौ माता कही जाने वाली गायों की इन दिनों बेहद खराब स्थिति है जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। बहरहाल गाय से लोगों की धार्मिक आस्था जुड़ी होने के कारण गाय की कांजी हाऊस में बदहाली से गौसेवकों तथा गौ मालिकों में निगम प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश व्याप्त है।