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Friday 8 June 2012


राजधानी के अमलीडीह में आग से मचा कोहराम 
रायपुर. राजधानी के अमलीडीह इलाके के पास झुग्गी बस्ती में लगी आग से आज 80 झोपड़ियाँ एवं माकन जलकर खाक हो गए | आग लगने के बाद हुए विस्फोट से अफरा तफरी मच गयी तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका दोपहर को साढ़े बारह बजे के आसपास एक वृद्ध महिला गौरा बाई का जला हुआ शव बहार लाया गया | इस घटना में घायल 7  स्थानीय नागरिकों को आंबेडकर अस्पताल में भारती कराया गया है वहीँ 2  बच्चे स्वानी तांडी और रौशनी घटना के बाद से लापता बताये जा रहे हैं | जानकारी के अनुसार अमलीडीह में द्रोणाचार्य स्कूल के सामने स्थित त्रिपाठी नगर में सुबह करीब साधे दस बजे हीटर में आग लगी और यही आग पीछे वाली झोपडी में पहुँच गयी और वहां आग की वजह से सिलेंडर फट गया | सिलेंडर के फटने से हुए धमाके के बाद बस्ती में अफरा तफरी मच गई और लोग अपने अपने घरों को छोड़कर भागने लगे | एक घर में लगी आग ने धीरे धीरे अन्य घरों को भी अपने चपेट में ले लिया और एक के बाद घरों में रखे सिलेंडर फटने लगे | प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक करीब 12  से 15 सिलेंडरों में सिलसिलेवार धमाके हुए | 
आग से जलकर खाक में तब्दील हुई त्रिपाठी नगर
           
     इस बीच क्षेत्रवासियों में दमकल की गाड़ियों व राहत दल के देरी से पहुँचने को लेकर आक्रोश बना रहा और काफी समय तक मोहल्लेवासी ही आग से जूझते रहे | क्षेत्रवासियों ने बताया की आग लगने के तत्काल बाद ही फायर ब्रिगेड को सुचना दे दी गयी थी पर गाड़ियाँ काफी देर से पहुंची | करीब एक घंटे बाद कलेक्टर, एस. पी.,  महापौर सहित अन्य प्रशासनिक अमला एवं जनप्रतिनिधि घटनास्थल पहुंचे | प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए आश्वस्त किया है कि पीड़ितों को हरसंभव सहायता दी जाएगी साथ ही उन्होंने मृत महिला के परिवार को एक लाख रूपये देने कि घोषणा भी की है |
               अचानक घटित इस घटना में बस्तीवासियों का सबकुछ जलकर खाक हो गया है और अब तपती गर्मी में वे घर से बेघर हो गए हैं हालाँकि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद कलेक्टर एवं प्रशासनके द्वारा पास ही में स्थित सामुदायिक भवन सहित अन्य स्कूलों को राहत शिविर में परिवर्तित कर  पीड़ितों के ठहरने की व्यवस्था की जहाँ अन्य सामाजिक संगठन भी पीड़ितों के लिए भोजन सहित अन्य मुलभुत सुविधाओं सहित राहत कार्य में लगे हुए हैं |