रायपुर, 15 जून। प्रशासन के लाख दावों के बाद भी रसोई गैस की कालाबाजारी एवं अवैध बिक्री बेधड़क जारी हैं। राजधानी के टिकरापारा, लाखेनगर, ईदगाह भाठा, सारथी चौक जैसे इलाकों में सिलेंडरों की अवैध बिक्री होते आसानी से देखी जा सकती है। शादी विवाह तथा तीज त्यौहारों का फायदा उठाकर इनके द्वारा दुगनी कीमत पर सिलेंडरों की बिक्री की जाती है। एक तरफ जहां उपभोक्ताओं को नंबर लगाने के 10-15 दिनों बाद भी सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है वहीं दूसरी ओर सिलेंडरों की अवैध बिक्री प्रशासनिक दावों की पोल खोलने को पर्याप्त है। सैकड़ों की संख्या में सिलेंडरों की बिक्री फर्जी कार्ड के माध्यम से की जा रही है यह कारोबार रिहायशी इलाकों के घरों से संचालित किया जा रहा है। ऐसे में कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। इस तरह का कारोबार प्रशासनिक सहयोग के बिना संचालित नहीं किया जा सकता। इस कारोबार में कुछ बड़े नामों के भी शामिल होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। बहरहाल आवश्यकता इस बात की है कि उच्चाधिकारियों द्वारा इस मामले को स्वयं संज्ञान में लेकर ऐसे कारोबारियों पर ठोस कार्रवाई की जाये क्योंकि रिहायशी इलाकों में बड़ी संख्या में सिलेंडर इनके द्वारा संग्रहित करके रखे गये हैं जिससे किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इन पर कार्रवाई होने से जनता को सिलेंडर के लिये परेशान भी नहीं होना पड़ेगा।
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